10 इतिहास

इंडो चीन का राष्ट्रवाद

NCERT Solution

प्रश्न:1 निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें:

प्रश्न:a) उपनिवेशकारों के ‘सभ्यता मिशन’ का क्या अर्थ था।

उत्तर: उपनिवेशकारों को लगता थाकि यूरोप के तथाकथित ‘विकसित’ देश होने के कारण यह उनका दायित्व था कि पिछड़े हुए लोगों को सभ्य बनाएँ। उन्हें यह लगता था कि उनकी संस्कृति उपनिवेश के स्थानीय लोगों की संस्कृति से अधिक परिष्कृत है। इसलिए वे सोचते थे कि विकसित देश के नागरिक होने के नाते उनका कर्तव्य बनता था कि उपनिवेश के लोगों को आधुनिक बनाएँ।

प्रश्न:b) हुइन फू सो

उत्तर: हुइन फू सो एक राष्ट्रवादी आंदोलन के जन्मदाता थे जिसका नाम था हाओ हाओ। वह चमत्कार किया करते थे और गरीबों की मदद करते थे। वह फालतू के खर्चे का विरोध करते थे और उनकी यह बात लोगों को बहुत पसंद आती थी। वह बालिका वधु को बेचने की परंपरा, जुआ और शराब तथा अफीम के इस्तेमाल का भी विरोध करते थे। फ्रांसीसियों ने हुइन फू सो के आंदोलन को दबाने की कोशिश की। इसलिए फ्रांसीसियों ने उन्हें पागल करार दे दिया और फिर उन्हें एक पागलखाने में डाल दिया। लेकिन जिस डॉक्टर को उन्हें पागल का सर्टिफिकेट देना था वही उनका अनुयायी बन गया। बाद में उन्हें निर्वासित करके लाओस भेज दिया। उनके कई अनुयायियों को यातना शिविर में डाल दिया गया।

प्रश्न:2 निम्नलिखित की व्याख्या करें:

प्रश्न:a) वियतनाम के केवल एक तिहाई विद्यार्थी ही स्कूली पढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी कर पाते थे।

उत्तर: फ्रांसीसी अधिकारी जानबूझकर फ्रेंच के फाइनल इम्तिहान में छात्रों को फेल कर देते थे। वे नहीं चाहते थे कि वियतनाम के लोग अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियों के लिए क्वालिफाई न करें। इसलिए वियतनाम के एक तिहाई विद्यार्थी ही स्कूली पढ़ाई सफलतापूर्वक पूरी कर पाते थे।

प्रश्न:b) फ्रांसीसियों ने मेकॉंग डेल्टा क्षेत्र में नहरें बनवाना और जमीनों को सुखाना शुरु किया।

उत्तर: फ्रांसीसियों ने खेती को बढ़ावा देने के लिए मेकॉंग डेल्टा में नहरें बनवाना शुरु किया ताकि सिंचाई बेहतर रूप से हो सके। इससे चावल के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई। 1873 के 274,000 हेक्टेअर के मुकाबले खेती वाली जमीन बढ़कर 1900 में 11 लाख हेक्टेअर हो गई जो 1930 में बढ़कर 22 लाख हेक्टेअर हो चुकी थी। वियतनाम के चावल उत्पादन का दो तिहाई हिस्सा निर्यात होता था और 1931 आते आते वियतनाम विश्व का तीसरा सबसे बड़ा चावल निर्यातक बन गया।

प्रश्न:c) सरकार ने आदेश दिया कि साइगॉन नेटिव गर्ल्स स्कूल उस लड़की को वापस कक्षा में ले, जिसे स्कूल से निकाल दिया गया था।

उत्तर: जब एक लड़की ने वियतनामी संस्कृति के मखौल उड़ाए जाने का विरोध किया तो उसे स्कूल से निकाल दिया गया। इसके विरोध में स्कूल के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया। सरकार को उस विरोध के आगे झुकना पड़ा और सरकार ने आदेश दिया कि साइगॉन नेटिव गर्ल्स स्कूल उस लड़की को वापस कक्षा में ले।

प्रश्न:d) हनोई के आधुनिक नवनिर्मित इलाकों में चूहे बहुत थे।

उत्तर: हनोई कि बेहतरीन सीवर प्रणाली ने चूहों को छुपने और अपनी जनसंख्या बढ़ाने के लिए माकूल जगह प्रदान की। उस सीवर सिस्टम के जरिये चूहे आसानी से किसी भी फ्रांसीसी के घर में पहुँच सकते थे। इसलिए हनोई के आधुनिकतम रिहाइशी इलाकों में चूहे बड़े मजे में रहते थे।

प्रश्न:3 टोंकिन फ्री स्कूल की स्थापना के पीछे कौन से विचार थे? वियतनाम में औपनिवेशिक विचारों के लिहाज से यह उदाहरण कितना सटीक है?

उत्तर: टोंकिन फ्री स्कूल को इस उद्देश्य से खोला गया था ताकि वियतनाम के लोगों को फ्रांसीसी शिक्षा दी जा सके। ऐसा करने से एक बड़ा मानव संसाधन तैयार हो पाता जिसको कि काम पर लगाया जा सकता था। साथ में यह एक तरह से वियतनामियों पर फ्रेंच संस्कृति को थोपने की कोशिश भी थी।

प्रश्न:4 वियतनाम के बारे में फान यू त्रिन्ह का उद्देश्य क्या था? फान बोई चाक और उनके विचारों में क्या भिन्नता थी?

उत्तर: फान यू त्रिन्ह और फान बोई चाउ के बीच काफी मतभेद थे। वे राजा के खिलाफ थे और इस बात के खिलाफ भी थे कि कोर्ट की मदद से फ्रांसीसियों का विरोध किया जाए। वह पश्चिम के लोकतांत्रिक खयालों से काफी प्रभावित थे। उन्हें फ्रांसीसियों की उदारवादी नीतियाँ पसंद थीं। वह चाहते थे कि फ्रांसीसी वहाँ कानून और शिक्षा के संस्थान बनाएँ और वहाँ की कृषि और उद्योग को विकसित करें।

प्रश्न:5 इस अध्याय में आपने जो पढ़ा है, उसके हवाले से वियतनाम की संस्कृति और जीवन पर चीन के प्रभावों की चर्चा करें।

उत्तर: सिल्क रूट पर स्थित होने के कारण वियतनाम शुरु से ही चीनी संस्कृति से पूरी तरह से प्रभावित रहा है। वियतनाम की धार्मिक मान्यताओं पर बौद्ध धर्म, कंफ्यूशियस और स्थानीय परंपराओं का प्रभाव है। कंफ्यूशियस के विचार चीन से आए थे। इसके अलावा, वियतनाम के अभिजात वर्ग की कामकाज की भाषा चीनी थी।

प्रश्न:6 वियतनाम में उपनिवेशवाद-विरोधी भावनाओं के विकास में धार्मिक संगठन की भूमिका क्या थी?

उत्तर: वियतनाम की धार्मिक मान्यताओं पर बौद्ध धर्म, कंफ्यूशियस और स्थानीय परंपराओं का प्रभाव है। फ्रेंच मिशनरियों ने वियतनाम में इसाई धर्म की शुरुआत की थी। उन्हें वियतनाम के लोगों का आलसी रवैया पसंद नहीं था। अठाहरवीं सदी से कई धार्मिक आंदोलन वहाँ पाश्चात्य असर के सख्त खिलाफ होने लगे। इसाई धर्म के प्रसार खिलाफ कई आंदोलन हुए; जिनमे 1969 का स्कॉलर रिवोल्ट शुरुआती आंदोलनों में से है। ऐसे विरोध धीरे धीरे राष्ट्रवाद और उपनिवेश-विरोधी आंदोलन का रूप लेने लगे।

प्रश्न:7 वियतनाम युद्ध में अमेरिकी हिस्सेदारी के कारणों की व्याख्या करें। अमेरिका के इस कृत्य से अमेरिका में जीवन पर क्या असर पड़े?

उत्तर: अमेरिका को यह डर लगता था कि वियतनाम में एक कम्युनिस्ट सरकार के बहाल होने से एक सतत प्रतिक्रिया शुरु हो जाएगी और आस पास के देशों में भी वैसी ही सरकारें बनेंगी। कम्युनिज्म को फैलने से रोकने के लिए अमेरिका ने वियतनाम पर हमला बोल दिया। अमेरिका के ज्यादातर लोग वियतनाम युद्ध में अमेरिकी हिस्सेदारी के खिलाफ थे। कई तत्कालीन विचारकों का मानना था कि अमेरिका को ऐसे युद्ध में शामिल ही नहीं होना चाहिए था जिसे जीतना नामुमकिन था। फिर अमेरिकी सेना में भारी संख्या में शहीद होने वाले सैनिकों के कारण भी अमेरिकी जनता की भावनाएँ वियतनाम में अमेरिकी हिस्सेदारी के खिलाफ हो गई।

प्रश्न:8 अमेरिका के खिलाफ वियतनामी युद्ध का निम्नलिखित दृष्टिकोण से मूल्यांकन कीजिए:

प्रश्न:a) हो ची मिन्ह भूलभुलैया मार्ग पर माल ढ़ोने वाला कुली।

उत्तर: हो ची मिन्ह ट्रेल पगडंडियों और सड़कों का एक सघन जाल था। उस मार्ग पर माल ढ़ोने वाले कुली के लिए उस भूलभुलैया वाले रास्ते इस तरह याद रहे होंगे जैसे किसी शेर को अपनी मांद का रास्ता याद रहता हो। उस कुली को उन रास्तों से दोस्ती जैसी हो गई होगी। तभी तो वे बम गिराए जाने के तुरंत बाद ही उन रास्तों की मरम्मत भी कर देते थे। वह कुली अमेरिका के खिलाफ अपनी जान हथेली पर निकलता था। वह हर उस काम को करता था जिससे अमेरिकी सेना को परास्त किया जा सके।

प्रश्न:b) एक महिला सिपाही

उत्तर: महिला सिपाही के लिए भी वह युद्ध काफी महत्वपूर्ण था। उस महिला सिपाही के लिए देश की जिम्मेवारी अपने परिवार की जिम्मेवारी से अधिक रही होगी। महिलाओं ने उस युद्ध में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी।

प्रश्न:9 वियतनाम में साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष में महिलाओं की क्या भूमिका थी? इसकी तुलना भारतीय राष्ट्रवादी संघर्ष में महिलाओं की भूमिका से कीजिए।

उत्तर: वियतनाम में साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लेकिन भारत में महिलाओं की भूमिका केवल नेपथ्य से उचित समर्थन देने भर की थी। कांग्रेस ने महिलाओं का समर्थन उसकी प्रतीकात्मक महत्ता के लिए ही लिया था न कि उसकी किसी गूढ़ महत्ता के लिए।