10 विज्ञान

इलेक्ट्रिक करेंट का मैग्नेटिक इफेक्ट

आप क्या सीखेंगे:

यह लेसन इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म के कॉन्सेप्ट के बारे में है। हैंस क्रिचियन ओर्स्टेड पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने इलेक्ट्रिक करेंट के मैग्नेटिक इफेक्ट का पता लगाया था। उन्होंने दिखाया कि जब किसी करेंट कैरीइंग तार के नजदीक एक मैग्नेटिक नीडल को लाया जाता है तो नीडल में डिफ्लेक्शन होता है। ऐसा इलेक्ट्रिक करेंट के मैग्नेटिक इफेक्ट के कारण होता है।

मैग्नेटिक फील्ड और फील्ड लाइन

किसी भी मैग्नेट में दो पोल होते हैं। जब एक बार मैग्नेट को फ्री घूमने के लिये लटका दिया जाता है तो जब यह रेस्ट में आता है तब उत्तर और दक्षिण दिशा में होता है। बार मैग्नेट का जो सिरा उत्तर की तरफ होता है उसे उत्तरी ध्रुव कहते हैं। मैग्नेट का जो सिरा दक्षिण की तरफ होता है उसे दक्षिणी धुव कहते हैं। आप जानते होंगे कि समान पोल एक दूसरे को विकर्षित करते हैं, जबकि विपरीत पोल एक दूसरे को आकर्षित करते हैं।

magnetic field lines around bar magnet

मैग्नेटिक फील्ड को मैग्नेट के चारों ओर काल्पनिक लाइन के रूप में दिखाया जा सकता है। मैग्नेटिक फील्ड में डायरेक्शन और मैग्निच्यूड दोनों होते हैं। मैग्नेटिक फील्ड नॉर्थ पोल से निकलती है और साउथ पोल में जाती है।

करेंट कैरीइंग कंडक्टर के कारण मैग्नेटिक फील्ड

किसी सीधे कंडक्टर के कारण मैग्नेटिक फील्ड

जब किसी सीधे कंडक्टर से इलेक्ट्रिक करेंट फ्लो करता है तो मैग्नेटिक फील्ड लाइन उस कंडक्टर के चारों ओर काल्पनिक कॉन्सेंट्रिक लाइन की तरह दिखाई देती हैं। फील्ड लाइन के डायरेक्शन को ‘राइट हैंड थम्ब रूल’ की सहायता से समझाया जा सकता है।

magnetic field due to straight current carrying conductor right hand thumb rule

राइट हैंड थम्ब रूल

maxwell’s corkscrew rule

मान लीजिए कि आपने अपने राइट हाथ में एक सीधा कंडक्टर इस तरह से पकड़ रखा है कि आपकी अंगुलियाँ उस कंडक्टर पर लिपटी हुई हैं। यदि आपका अंगूठा इलेक्ट्रिक करेंट के डायरेक्शन में है तो अंगुलियों के लिपटने का डायरेक्शन मैग्नेटिक फील्ड लाइन का डायरेक्शन है। ऊपर से देखने पर फील्ड लाइन घड़ी की सुई की दिशा में दिखती हैं। इस नियम को मैक्सवेल का कॉर्कस्क्रू नियम भी कहते हैं। इस नियम के अनुसार यदि स्क्रू के आगे बढ़ने की दिशा इलेक्ट्रिक करेंट की दिशा है तो स्क्रू के घूमने की दिशा मैग्नेटिक फील्ड की दिशा है।