7 भूगोल

उष्णकटिबंधीय प्रदेश में जीवन

उष्णकटिबंध एवं उपोष्ण क्षेत्र

कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के क्षेत्र को उष्णकटिबंधीय क्षेत्र कहते हैं। कर्क रेखा 23.45° उत्तरी अक्षांश से गुजरती है, जबकि मकर रेखा 23.45° दक्षिणी अक्षांश से गुजरती है। इन रेखाओं से उत्तर और दक्षिण वाले क्षेत्रों को उपोष्ण क्षेत्र कहते हैं, जो 38° अक्षांश तक जाते हैं।

अमेजन बेसिन में जीवन

दक्षिणी अमेरिका में उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के पश्चिमी भाग में स्थित पर्वतों से होकर अमेजन नदी बहती है और पूरब की ओर अटलांटिक महासागर में मिलती है। इस नदी में कई अन्य सहायक नदियाँ मिलती हैं और सब मिलकर एक विशाल बेसिन का निर्माण करती हैं। इस बेसिन के क्षेत्र में ब्राजील और पेरु के अधिकतर भाग, वेनेजुएला का एक छोटा भाग और बोलीविया, इक्वाडोर और कोलंबिया नामक देश आते हैं।

जलवायु

भूमध्य रेखा के नजदीक होने के कारण यहाँ साल भर गर्म और नम जलवायु होती है। यहाँ लगभग हर रोज वर्षा होती है। दिन के समय तापमान और आर्द्रता बहुत अधिक रहती है। रात में तापमान कुछ कम हो जाता है लेकिन आर्द्रता ज्यादा होती है। इसलिए दिन और रात दोनों ही गर्म और नम होते हैं।

वर्षावन

भारी वर्षा के कारण यहाँ घने जंगल पाए जाते हैं। वन इतने घने होते हैं कि जमीन तक सूर्य की रोशनी नहीं पहुँच पाती है। इसलिए यहाँ की जमीन नम और अंधेरी होती है। इसलिए, यहाँ वैसे ही पादप उग पाते हैं जो छाया में पनप सकते हैं। उदाहरण: ऑर्किड और ब्रोमेलियड।

पक्षी

यहाँ टूकन, गुंजन पक्षी और कई रंग बिरंगी चिड़िया पाई जाती हैं। इन पक्षियों के पंख चटख रंग के होते हैं और चोंच बहुत बड़ी होती है। ये पक्षी बहुत जोर की आवाज निकालते हैं। भारत में पाई जाने वाली चिड़िया के तुलना में ये काफी अलग होती हैं।

जानवर

अमेजन के वन में बंदर, स्लॉथ और चींटी खाने वाले टैपिर पाए जाते हैं। यहाँ पर साँपों और अन्य सरीसृपों की कई प्रजातियाँ रहती हैं। इस जंगल में मगरमच्छ और अजगर भारी संख्या में पाए जाते हैं। इसी तरह कीटों और मछलियों की अनेक प्रजातियाँ यहाँ पाई जाती हैं। पिरान्हा मछली उनमें से एक है।

वर्षावन के लोग

यहाँ के लोग कर्तन और दहन खेती करते हैं, यानि जंगल के एक छोटे से हिस्से को साफ करके वहाँ खेती करते हैं। पुरुष शिकार करते हैं और मछली पकड़ते हैं, जबकि महिलाएँ फसल की देखभाल करती हैं। शिकार और मछली पकड़ने में अनिश्चितता होती है इसलिए भोजन के लिए खेती भी जरूरी है। टैपिओका, अनन्नास और शकरकंद यहाँ की मुख्य फसल हैं। यहाँ के लोगों का मुख्य भोजन है मैनिऑक या कसावा। यह आलू की तरह जमीन के भीतर उगता है। लोग रानी चींटी और उसके अंडे को बड़े चाव से खाते हैं। यहाँ पर नकदी फसल भी उगाई जाती है, जैसे कॉफी, मक्का और कोकोआ।

वर्षावन से घर बनाने के लिए भरपूर मात्रा में लकड़ी मिल जाती है। कई लोग मधुमक्खी के छत्ते जैसी झोपड़ी में रहते हैं। कुछ लोग अपार्टमेंट जैसे घरों में रहते हैं, जिनकी ढ़ाल वाली छत होती है और इन घरों को मलोका कहते हैं।

समय के साथ यहाँ के लोगों का जीवन बदल रहा है। पुराने जमाने में दूर दराज के इलाकों में पहुँचने के लिए नाव ही एकमात्र साधन हुआ करती थी। 1970 के दशक में ट्रांस अमेजन हाईवे बनने के बाद अब अमेजन वर्षावन के अधिकतर इलाकों में यातायात आसान हो गया है। दुर्गम स्थानों पर जाने के लिए हवाई जहाज और हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है। इन बदलावों के कारण कुछ स्थानीय लोगों को विस्थापित होना पड़ा ताकि वे अपना जीवन पारंपरिक तरीके से जी सकें।

विकास होने के कारण जैव विविधता से भरे इस वर्षावन का धीरे धीरे विनाश हो रहा है। अब इस वन का एक बड़ा हिस्सा गायब हो रहा है। इससे कई समस्याएँ खड़ी हो रही हैं। मिट्टी की उपजाऊ परत का नाश हो रहा है जमीन बंजर होती जा रही है।