8 भूगोल

मानव संसाधन

प्रवास: जब लोग आजीविका की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान जाते हैं तो इसे प्रवास कहते हैं। जब लोग अपने देश से दूसरे देश जाते हैं तो यह उत्प्रवास कहलाता है। जब लोग किसी देश में पहुँचते हैं तो यह उस देश में आप्रवास होता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की आबादी आप्रवास के कारण बढ़ी है। सूडान की आबादी उत्प्रवास के कारण घटी है। कम विकसित देशों के लोग अक्सर बेहतर आर्थिक अवसरों की तलाश में अधिक विकसित देशों की ओर प्रवास करते हैं।

देश के भीतर भी लोग ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों के लिए पलायन करते हैं। आंतरिक प्रवास से आबादी के आकार में कोई बदलाव नहीं होता है लेकिन कुछ क्षेत्रों की जनसंख्या का संघटन बदल जाता है।

जनसंख्या बदलाव का पैटर्न

कुछ देशों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही, जैसे केन्या। दूसरी तरफ, कुछ देशों की जनसंख्या घट रही है, जैसे यूनाइटेड किंगडम और कुछ यूरोपीय देश।

जनसंख्या का संघटन

किसी देश की जनसंख्या के संघटन से कई बातों का पता चलता है, जैसे लोगों की औसत आयु, लिंग, साक्षरता, स्वास्थ्य, व्यवसाय और आय का स्तर।

जनसंख्या पिरामिड

जनसंख्या के संघटन को समझने के लिए जनसंख्या पिरामिड बहुत कारगर साधन है। जनसंख्या पिरामिड में कुल जनसंख्या को विभिन्न आयु वर्गों में बाँटा जाता है, जैसे 5 से 9 वर्ष, 10 से 14 वर्ष, आदि। हर आयु वर्ग की जनसंख्या के प्रतिशत को पुरुष और महिला में बाँटा जाता है।

बच्चों (15 वर्ष से कम) और बुजुर्गों (65 वर्ष से अधिक) की संख्या से यह पता चलता है कि आश्रितों की संख्या क्या है। कार्यरत आयु (15 से 65 वर्ष) के लोगों की संख्या से पता चलता है कि आर्थिक रूप से सक्रिय लोग कितने हैं।

केन्या का जनसंख्या पिरामिड

Jansankhya Pyramid Kenya

केन्या का जनसंख्या पिरामिड नीचे और ऊपर चौड़ा है और बीच में पतला है। इसका मतलब है कि केन्या में जन्म दर और मृत्यु दर अधिक है। इसका एक और मतलब है कि केन्या में आश्रित लोगों की संख्या, आर्थिक रूप से सक्रिय लोगों की संख्या से अधिक है।

भारत का जनसंख्या पिरामिड

Jansankhya Pyramid India

भारत का जनसंख्या पिरामिड नीचे चौड़ा, बीच में थोड़ा कम चौड़ा और ऊपर पतला है। इसका मतलब है कि भारत में आर्थिक रूप से सक्रिय लोगों की संख्या अधिक है और आश्रितों की संख्या कम है।

जापान का जनसंख्या पिरामिड

Jansankhya Pyramid Japan

जापन का जनसंख्या पिरामिड बीच में चौड़ा और ऊपर तथा नीचे पतला है। इसका मतलब है कि जापान में जन्म दर और मृत्यु दर बहुत कम है। जापान में आर्थिक रूप से सक्रिय लोगों की संख्या की तुलना में आश्रितों की संख्या बहुत कम है। मोटे तौर पर देखने में यह एक आदर्श स्थिति लगती है। लेकिन भविष्य के लिए इसके अच्छे संकेत नहीं हैं। जन्म दर कम होने के कारण भविष्य में बुजुर्गों की संख्या अधिक हो जाएगी और आर्थिक रूप से सक्रिय लोगों की संख्या कम हो जाएगी।

नोट: जनसंख्या पिरामिड के इन चित्रों को NCERT के क्लास 8 भूगोल के टेक्स्टबुक से लिया गया है।