10 विज्ञान

प्रकाश का परावर्तन

कॉन्वेक्स मिरर में इमेज:

convex mirror object infinity image formation convex mirror object between infinity and P image formation

इनफिनिटी पर ऑब्जेक्ट: जब ऑब्जेक्ट इनफिनिटी पर रहता है तो इमेज मिरर के पीछे F पर बनता है। यह इमेज आकार में बहुत छोटा, वर्चुअल और सीधा होता है।

इनफिनिटी और P के बीच ऑब्जेक्ट: जब ऑब्जेक्ट इनफिनिटी और P के बीच रहता है तो इमेज P और F के बीच बनता है। यह इमेज साइज में बहुत छोटा, वर्चुअल और सीधा होता है।

कॉन्वेक्स मिरर में इमेज
ऑब्जेक्ट का पोजीशनइमेज का पोजीशनइमेज का साइजइमेज का नेचर
इनफिनिटी परF पर, मिरर के पीछेबहुत छोटा, प्वाइंट के साइज कावर्चुअल और सीधा
इनफिनिटी और P के बीचP और F के बीच, मिरर के पीछेछोटावर्चुअल और इरेक्ट

कॉन्केव मिरर के उपयोग:

कॉन्वेक्स मिरर के उपयोग:

स्फेरिकल मिरर के लिये साइन कन्वेन्शन

मिरर से अलग अलग दूरियों को मापने के लिये जिस साइन कन्वेंशन का इस्तेमाल किया जाता है उसे कार्टेजियन साइन कन्वेंशन कहते हैं। ये नियम को-ऑर्डिनेट जियोमेट्री पर आधारित हैं और इसमें पोल P को ओरिजिन माना जाता है। मिरर के प्रिंसिपल एक्सिस को XX’ एक्सिस माना जाता है। इसके नियम इस तरह से हैं।

cartesian sign convention

मिरर फॉर्मूला और मैग्निफिकेशन (आवर्धन)

मिरर फॉर्मूला से ऑब्जेक्ट डिस्टांस (u), इमेज डिस्टांस (v) और फोकल लेंथ (f) के बीच के संबंध का पता चलता है। इस फॉर्मूला का इस्तेमाल करते समय आपको न्यू कार्टेजियन साइन कंवेंशन का ध्यान रखना होगा।

mirror formula

मैग्निफिकेशन: ऑब्जेक्ट के साइज की तुलना में इमेज का साइज कितना बढ़ता या घटता है; उसे मैग्निफिकेशन कहते हैं। इमेज डिस्टांस और ऑब्जेक्ट डिस्टांस के अनुपात से मैग्निफिकेशन का पता चलता है। इमेज साइज और ऑब्जेक्ट साइज के अनुपात से भी मैग्निफिकेशन का पता चलता है।

magnification formula magnification formula

नोट: ऑब्जेक्ट को हमेशा प्रिंसिपल एक्सिस के ऊपर रखा जाता है, इसलिये ऑब्जेक्ट साइज का मान हमेशा पॉजिटिव रखा जाता है। यदि वर्चुअल इमेज है तो इमेज साइज पॉजिटिव होता है। यदि रियल इमेज है तो इमेज साइज नेगेटिव होता है। यदि मैग्निफिकेशन का मान पॉजिटिव है तो इसका मतलब है कि इमेज वर्चुअल है। रियल इमेज में मैग्निफिकेशन का मान नेगेटिव होता है।