6 विज्ञान

चुंबकों द्वारा मनोरंजन

NCERT Solutions

प्रश्न 1: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(क) कृत्रिम चुम्बक विभिन्न आकार के बनाए जाते हैं जैसे ------------, ------------- तथा ----------- ।
(ख) जो पदार्थ चुम्बक की ओर आकर्षित होते हैं वे ---------- कहलाते हैं।
(ग) कागज एक --------- पदार्थ नहीं है।
(घ) प्राचीन काल में लोग दिशा ज्ञात करने के लिए --------- का टुकड़ा लटकाते थे।
(ङ) चुंबक के सदैव -------- ध्रुव होते हैं।

उत्तर: (क) छड़, नाल, बेलनाकार, (ख) चुंबकीय पदार्थ, (ग) चुंबकीय, (घ) चुंबक, (ङ) दो

प्रश्न 2: बताइए कि निम्न कथन सही है या गलत:
(क) बेलनाकार चुंबक में केवल एक ध्रुव होता है।
(ख) कृत्रिम चुंबक का आविष्कार यूनान में हुआ था।
(ग) चुंबक के समान ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।
(घ) लोहे का बुरादा छड़ चुंबक के समीप लाने पर इसके मध्य में अधिक चिपकता है।
(ङ) छड़ चुंबक सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा को दर्शाता है।
(च) किसी स्थान पर पूर्व-पश्चिम दिशा ज्ञात करने के लिए कंपास का उपयोग किया जा सकता है।
(छ) रबड़ एक चुंबकीय पदार्थ है।

उत्तर: (क) गलत, (ख) गलत, (ग) सही, (घ) गलत, (ङ) सही, (च) सही, (छ) गलत

प्रश्न 3: यह देखा गया है कि पेंसिल छीलक (शार्पनर) यद्यपि प्लास्टिक का बना होता है, फिर भी यह चुंबक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है। उस पदार्थ का नाम बताइए जिसका उपयोग इसके किसी भाग को बनाने में किया जाता है।

उत्तर: पेंसिल छीलक (शार्पनर) का ब्लेड लोहे का बना होता है। लोहा एक चुंबकीय पदार्थ है। इसलिए यह चुंबक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है।

प्रश्न 4: एक चुंबक के एक ध्रुव को दूसरे ध्रुव के समीप लाने की विभिन्न स्थितियाँ कॉलम 1 में दर्शाई गई हैं। कॉलम 2 में प्रत्येक स्थिति के परिणाम को दर्शाया गया है। रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

कॉलम 1कॉलम 2
N – N_____
N – _____आकर्षण
S – N_____
____ - Sप्रतिकर्षण

उत्तर:

कॉलम 1कॉलम 2
N – Nप्रतिकर्षण
N – Sआकर्षण
S – Nआकर्षण
S - Sप्रतिकर्षण

प्रश्न 5: चुंबक के कोई दो गुण लिखिए।

उत्तर: चुंबक के दो गुण निम्नलिखित है:

प्रश्न 6: छड़ चुंबक के ध्रुव कहाँ स्थित होते हैं?

उत्तर: छड़ चुंबक के ध्रुव दोनों किनारे पर स्थित होते हैं।

प्रश्न 7: छड़ चुंबक पर ध्रुवों की पहचान का कोई चिन्ह नहीं है। आप कैसे ज्ञात करोगे कि किस सिरे के समीप उत्तरी ध्रुव स्थित है?

उत्तर: सबसे पहले छड़ चुंबक के मध्य भाग में एक धागा को बाँधकर इसे स्वतंत्र रूप से लटका देंगें। अब इसे विराम अवस्था में आने देंगे। उसके बाद उनके दोनों की स्थिति को चिन्हित करेंगे। हम देखते हैं कि एक सिरा उत्तर की ओर है और दूसरा सिरा दक्षिण की ओर। फिर से चुंबक को हिलाकर उसे विराम की स्थिति में आने देंगे। इस कर्यकलाप को हम बार-बार दोहराऐंगे। लेकिन हमेशा हमें एक ही परिणाम देखने को मिलेगा। इस परिणाम के फलस्वरूप जो सिरा उत्तर दिशा की ओर होगा उस तरफ चुंबक का उत्तरी ध्रुव स्थित होगा।