10 विज्ञान

रासायनिक अभिक्रिया

रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार

संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction)

जिस अभिक्रिया में दो या दो से अधिक अभिकारक किसी एक उत्पाद का निर्माण करते हैं उसे संयोजन अभिक्रिया कहते हैं।

उदाहरण: जब कली चूना और जल आपस में अभिक्रिया करते हैं तो बुझे चूने का निर्माण होता है। इसे निम्नलिखित समीकरण द्वारा दिखाया जा सकता है।

CaO(s) + H2O(l) ⇨ Ca(OH)2 (aq)

बुझे चूने का इस्तेमाल घरों की पुताई में होता है। जब दीवार पर चढ़ी हुई बुझे चूने की परत हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड से अभिक्रिया करती है तो कैल्सियम कार्बोनेट का निर्माण होता है। इसी कैल्सियम कार्बोनेट की सख्त परत के कारण दीवार में चमक आती है। पुताई के बाद इस प्रक्रिया को पूरा होने में दो से तीन दिन लगते हैं। इस अभिक्रिया को निम्नलिखित समीकरण द्वारा दिखाया जा सकता है।

Ca(OH)2 (aq) + CO2(g) ⇨ CaCO3 (s) + H2O (l)

संयोजक अभिक्रिया के कुछ अन्य उदाहरण नीचे दिये गये हैं:

जब हवा में कोयले (कार्बन) का दहन होता है तो कार्बन और ऑक्सीजन आपस में मिलकर कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण करते हैं।

C(s) + O2(g) ⇨ CO2(g)

जब हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस आपस में मिलते हैं तो जल का निर्माण होता है।

2H2 (g) + O2 (g) ⇨ 2H2O (l)

ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया (Exothermic Reaction): जिस अभिक्रिया में ऊष्मा निकलती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं। उष्माक्षेपी अभिक्रिया के कुछ उदाहरण नीचे दिये गये हैं।

जब प्राकृतिक गैस का हवा में दहन होता है तो कार्बन डाइऑक्साइड और जलवाष्प उत्पन्न होते हैं। इस अभिक्रिया में अत्यधिक ऊष्मा निकलती है।

CH4 (g) + 2O2 (g) ⇨ CO2 (g) + 2H2O (g)

श्वसन भी ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया का एक अच्छा उदाहरण है। इस अभिक्रिया में ग्लूकोज का दहन होता है जिससे कार्बन डाइऑक्साइड और जल का निर्माण होता है और ऊष्मा निकलती है।

C6H12O6 (aq) + 6O2 (aq) ⇨ 6CO2 (aq) + 6H2O (l) + Energy

वियोजन अभिक्रिया (Decomposition Reaction)

जब कोई पदार्थ किसी अभिक्रिया के बाद दो या अधिक उत्पाद प्रदान करता है तो उस अभिक्रिया को वियोजन अभिक्रिया कहते हैं। वियोजन अभिक्रिया के कुछ उदाहरण नीचे दिये गये हैं।

जब फेरस सल्फेट को एक टेस्ट ट्यूब में गर्म किया जाता है तो फेरस सल्फेट वियोजित हो जाता है और फेरिक ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और सल्फर ट्राइऑक्साइड का निर्माण होता है।

2FeSO4 (s) ⇨ Fe2O3 (s)+ SO2 (g)+ SO3 (g)

जब कैल्सियम कार्बोनेट (चूना पत्थर) को गर्म किया जाता है तो यह वियोजित होकर कैल्सियम ऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड का निर्माण करता है।

CaCO3 (s) ⇨ CaO (s) + CO2 (g)

इन सभी अभिक्रियाओं में अभिक्रिया मिश्रण को ऊष्मा प्रदान की गई थी। इसका मतलब है कि इन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का शोषण हुआ। जिस अभिक्रिया में ऊष्मा का शोषण होता है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।

नोट: संयोजन प्रतिक्रियाएँ अक्सर ऊष्माक्षेपी होती हैं, वियोजन अभिक्रियाएँ अक्सर ऊष्माशोषी होती हैं।

ऊर्जा के स्रोत के आधार पर वियोजन अभिक्रिया के कई प्रकार होते हैं; जैसे कि ऊष्मीय वियोजन, इलेक्ट्रोलिटिक वियोजन, प्रकाशीय वियोजन, आदि।

उदाहरण: जब लेड नाइट्रेट को गर्म किया जाता है तो यह वियोजित होकर लेड ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और ऑक्सीजन का निर्माण करता है।

2Pb(NO3)2 (s)⇨ 2PbO (s) + 4NO2 (g) + O2 (g)

जब सिल्वर क्लोराइड को सूर्य की रोशनी में रखा जाता है यह वियोजित होकर सिल्वर और क्लोरीन का निर्माण करता है। सिल्वर क्लोराइड एक सफेद पाउडर है जो सूर्य की रोशनी पड़ते ही ग्रे रंग का हो जाता है।

2AgCl (s) ⇨ 2Ag (s) + Cl2 (g)

सिल्वर ब्रोमाइड एक हल्का पीला पाउडर है जो सूर्य की रोशनी पड़ते ही ग्रे रंग का हो जाता है।

2AgBr (s) ⇨ 2Ag (s) + Cl2 (g)

सिल्वर हैलाइड का इस्तेमाल फोटोग्राफिक कागज में होता है क्योंकि इस तरह का कागज प्रकाश के प्रति संवेदंशील होता है।