10 विज्ञान

जीवों में प्रजनन

सेक्सुअल रिप्रोडक्शन

जब रिप्रोडक्शन में दो पैरेंट शामिल होते हैं तो इसे सेक्सुअल रिप्रोडक्शन कहते हैं। गैमेट का बनना सेक्सुअल रिप्रोडक्शन का एक अभिन्न हिस्सा है।

सेक्सुअल रिप्रोडक्शन क्यों विकसित हुआ?

आपने पढ़ा है कि रिप्रोडक्शन के पहले डीएनए रेप्लिकेशन होता है ताकि संतानों तक लक्षणों का ट्रांसफर हो सके। लेकिन डीएनए रेप्लिकेशन के कारण वैरियेशन भी होता है। वैरियेशन से सरवाइवल में भी मदद मिलती है इसलिये लंबे समय के दृष्टिकोण से यह किसी भी स्पेशीज के लिये फायदेमंद साबित होता है।

एसेक्सुअल रिप्रोडक्शन में एक ही इंडिविजुअल से जीन पूल आता है इसलिये इसमें वैरियेशन का बहुत स्कोप नहीं रह जाता है। इसलिय जीवों ने ऐसा तरीका विकसित किया जिसमें दो इंडिविजुअल से जीन पूल आये। इस तरह से सेक्सुअल रिप्रोडक्शन का विकास हुआ।

गैमेट में क्रोमोसोम का नम्बर हैप्लॉयड क्यों होता है?

सेक्सुअल रिप्रोडक्शन के लिये मेल और फीमेल गैमेट का फ्यूजन होना जरूरी होता है; और इस क्रिया को फर्टिलाइजेशन कहते हैं। जर्म सेल की तुलना में फर्टिलाइजेशन के बाद बनने वाले सेल में क्रोमोसोम का नम्बर दोगुना होता है। अगर वाकई में क्रोमोसोम का नम्बर दोगुना होने लगे तो नई पीढ़ी में जन्मे जीव का जेनेटिक मेकअप पूरी तरह बदल जायेगा और हर पीढ़ी में एक नये किस्म का जीव जन्म लेगा। क्रोमोसोम के दोगुने होने की इस रफ्तार से एक दिन पूरी धरती क्रोमोसोम से भर जायेगी। लेकिन असल जिंदगी में ऐसा नहीं होता है। इस स्थिति से निबटने के लिये जीवों ने ऐसा तरीका विकसित किया जिससे जर्म सेल में क्रोमोसोम का नम्बर आधा हो जाता है। इसलिये शरीर में जर्म सेल का निर्माण कुछ स्पेशलाइज्ड सेल द्वारा होता है। इन स्पेशलाइज्ड सेल में मीऑसिस होता है जिससे डॉटर सेल में क्रोमोसोम का नम्बर आधा हो जाता है। फर्टिलाइजेशन के बाद क्रोमोसोम का नम्बर डिप्लॉयड हो जाता है इस तरह से किसी स्पेशीज का अपना खास जेनेटिक मेकअप बरकरार रहता है।

जर्म सेल या गैमेट के प्रकार

कम जटिल जीवों में जर्म सेल एक जैसे दिखते हैं। लेकिन अधिक जटिल जीवों में एक जर्म सेल दूसरे जर्म सेल से बड़ा होता है। जो जर्म सेल बड़ा होता है वह नॉन-मोटाइल होता है और उसमें फूड स्टोर होकर रहता है। जो जर्म सेल छोटा होता है वह मोटाइल होता है और उसमें कोई फूड स्टोर होकर नहीं रहता है। परंपरा के अनुसार बड़े जर्म सेल को फीमेल गैमेट कहते हैं, और छोटे जर्म सेल को मेल गैमेट कहते हैं। फीमेल गैमेट में स्टोर रहने वाला फूड विकसित हो रहे जाइगोट को न्युट्रिशन देता है।