9 विज्ञान

खाद्य संसाधन

पाठ से प्रश्न

प्रश्न 1: अनाज, दाल, फल तथा सब्जियों से हमें क्या प्राप्त होता है?

उत्तर: अनाज से कार्बोहाइड्रेट और दाल से प्रोटीन मिलता है। फलों और सब्जियों से हमें खनिज और विटामिन मिलते हैं।

प्रश्न 2: जैविक तथा अजैविक कारक किस प्रकार फसल उत्पादन को प्रभावित करते हैं?

उत्तर: जैविक कारक दो तरह के हैं: कीट तथा खर-पतवार। कीट किसी पौधे के विभिन्न भागों को खा जाते हैं या उन भागों का रस चूस लेते हैं। कोई कीट तने को नुकसान पहुँचाता है तो कोई पत्ती को खा जाता है। खर-पतवार संसाधनों के लिए फसल से प्रतिस्पर्धा करते हैं। तापमान, वर्षा, क्षारकता, आदि अजैविक कारक हैं। अनुकूल अजैविक कारक से फसल के उत्पादन पर अच्छा असर पड़ता है। लेकिन प्रतिकूल अजैविक कारक से फसल के उत्पादन पर बुरा असर पड़ता है।

प्रश्न 3: फसल सुधार के लिए ऐच्छिक सस्य विज्ञान गुण क्या हैं?

उत्तर: फसल के जो गुण हमारे लिए लाभदायक हों उन्हें ऐच्छिक सस्य विज्ञान गुण कह सकते हैं। गन्ने की लंबाई जितनी अधिक होगी उसमें से उतना ही अधिक रस निकलेगा। इसलिए गन्ने के मामले में ऐच्छिक सस्य गुण उसके तने की लंबाई और मोटाई है। धान का पौधा यदि कम ऊँचाई का होगा तो उसके तने और पत्तियों की वृद्धि में कम पोषक की आवश्यकता होगी। ऐसे में अधिक से अधिक पोषक तत्वों का इस्तेमाल धान के बीजों के बनने में होगा।

प्रश्न 4: वृहत पोषक क्या हैं और इन्हें वृहत पोषक क्यों कहते हैं?

उत्तर: पादप को जिस पोषक तत्व की अधिक मात्रा में जरूरत होती है उन्हें वृहत पोषक कहते हैं। उदाहरण: नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, कैल्सियम, मैग्नीशियम, सल्फर।

प्रश्न 5: पौधे अपना पोषक कैसे प्राप्त करते हैं?

उत्तर: पौधे अपना पोषक मिट्टी से प्राप्त करते हैं। जब पौधे की जड़ द्वारा पानी का अवशोषण होता है तो जरूर खनिज भी उसके साथ पादप में आ जाते हैं।

प्रश्न 6: मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने के लिए खाद तथा उर्वरक के उपयोग की तुलना कीजिए।

उत्तर:

खादउर्वरक
खाद को असर दिखाने में लम्बा समय लगता है।उर्वरक कम समय में असर दिखाता है।
खाद से मिट्टी की संरचना में सुधार आता है।उर्वरक से मिट्टी की संरचना खराब होती है।
खाद से जल प्रदूषण नहीं होता है।उर्वरक से जल प्रदूषण होता है।

प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन सी परिस्थिति में सबसे अधिक लाभ होगा? क्यों?

  1. किसान उच्च कोटि के बीज का उपयोग करें, सिंचाई ना करें अथवा उर्वरक का उपयोग ना करें।
  2. किसान सामान्य बीजों का उपयोग करें, सिंचाई करें तथा उर्वरक का उपयोग करें।
  3. किसान अच्छी किस्म के बीज का प्रयोग करें, सिंचाई करें, उर्वरक का उपयोग करें तथा फसल सुरक्षा की विधियाँ अपनाएँ।

उत्तर: विकल्प (c) में फसल उत्पादन बढ़ाने के सभी उपाय दिये गये हैं और साथ में फसल सुरक्षा की बात भी की गई है। इसलिए यही सही उत्तर है।

प्रश्न 8: फसल की सुरक्षा के लिए निरोधक विधियाँ तथा जैव नियंत्रण क्यों अच्छा समझा जाता है?

उत्तर: निरोधक विधि की मदद से हम पीड़कों की रोकथाम सही समय पर कर पाते हैं। इससे उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है। जैव नियंत्रण एक पर्यावरण हितैषी तरीका है इसलिए इसे उचित समझा जाता है।

प्रश्न 9: भंडारण की प्रक्रिया में कौन से कारक अनाज की हानि के लिए उत्तरदायी हैं?

उत्तर: तापमान और नमी

प्रश्न 10: पशुओं की नस्ल सुधार के लिए प्राय: कौन सी विधि का उपयोग किया जाता है और क्यों?

उत्तर: संकरण विधि से दो किस्मों के पशुओं के ऐच्छिक गुणों का संकर तैयार किया जा सकता है। इसलिए पशुओं की नस्ल सुधार के लिए संकरण का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 11: निम्नलिखित कथन की विवेचना कीजिए:

“यह रुचिकर है कि भारत में कुक्कुट, अल्प रेशे के खाद्य पदार्थों को उच्च पोषकता वाले पशु प्रोटीन आहार में परिवर्तन के लिए सबसे अधिक सक्षम हैं। अल्प रेशे के खाद्य पदार्थ मनुष्यों के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।“

उत्तर: अल्प रेशे के खाद्य पदार्थ को बेकार समझकर फेंक दिया जाता है। लेकिन वही आहार जब चूजे खाते हैं तो आहार का समुचित उपयोग होता है। इस सस्ते और बेकार आहार को चूजे अधिक पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन में बदल देते हैं जो हम मांस के रूप में खाते हैं।

प्रश्न 12: पशुपालन तथा कुक्कुट पालन के प्रबंधन प्रणाली में क्या समानता है?

उत्तर: पशुपालन तथा कुक्कुट पालन के प्रबंधन में समानताएँ

प्रश्न 13: ब्रॉयलर तथा अंडे देने वाली लेयर में क्या अंतर है। इनके प्रबंधन अंतर को भी स्पष्ट करो।

उत्तर:

ब्रॉयलरलेयर
इनको मांस के लिए पाला जाता है।इन्हें अंडों के लिए पाला जाता है।
इन्हें प्रोटीन से भरपूर आहार दिया जाता है।इन्हें कैल्सियम से भरपूर आहार दिया जाता है।
इनका आकार तेजी से बढ़ता है।इनका आकार बहुत बड़ा नहीं होता है।

प्रश्न 14: मछलियाँ कैसे प्राप्त करते हैं?

उत्तर: मछलियाँ दो तरीके से प्राप्त करते हैं: प्राकृतिक स्रोत से मछली पकड़ना और मछली संवर्धन या पालन।

प्रश्न 15: मिश्रित मछली संवर्धन के क्या लाभ हैं?

उत्तर: मिश्रित मछली संवर्धन के लाभ:

प्रश्न 16: मधु उत्पादन के लिए प्रयुक्त मधुमक्खी में कौन से ऐच्छिक गुण होने चाहिए?

उत्तर: मधु उत्पादन के लिए प्रयुक्त मधुमक्खी के ऐच्छिक गुण निम्नलिखित हैं:

प्रश्न 17: चरागाह क्या है और ये मधु उत्पादन से कैसे संबंधित है?

उत्तर: जिन बगीचों या खेतों से मधुमक्खी मकरंद और परागकण इकट्ठा करती है उन्हें चरागाह कहते हैं। चरागाह में उपलब्ध फूलों की किस्मों और गुणवत्ता पर मधु की क्वालिटी और कीमत निर्भर करती है।