8 विज्ञान

ज्वाला

आग के गैसीय और दिखाई देने वाले हिस्से को ज्वाला कहते हैं। जब किसी पदार्थ की वाष्प का दहन होता है तो ज्वाला निकलती है। दहन के दौरान जिस पदार्थ का वाष्पीकरण नहीं होता है उनसे कोई ज्वाला नहीं निकलती है।

ज्वाला के विभिन्न क्षेत्र

ज्वाला के तीन क्षेत्र होते हैं:

बाह्य क्षेत्र: इस क्षेत्र का रंग नीला होता है। यह ज्वाला का सबसे अधिक गर्म भाग होता है, क्योंकि इस क्षेत्र में पूर्ण दहन होता है।

Jwala Ke Vibhinna Kshetra

मध्य क्षेत्र: इस क्षेत्र का रंग पीला और नारंगी होता है। यह मध्यम रूप से गर्म होता है, क्योंकि इस क्षेत्र में आंशिक दहन होता है।

आंतरिक क्षेत्र: यह क्षेत्र गहरे रंग का होता है। यह क्षेत्र सबसे अधिक ठंडा होता है, क्योंकि इस क्षेत्र में दहन नहीं होता है।

ईंधन दक्षता

ईंधन की दक्षता को ऊष्मीय मान में मापा जाता है। किसी ईंधन के 1 किग्रा के दहन से उत्पन्न होने वाली ऊष्मा की मात्रा को उस ईंधन का ऊष्मीय मान कहते हैं। इसका मात्रक है किलो जूल प्रति किलोग्राम (kJ/kg).

कुछ ईंधन के ऊष्मीय मान

ईंधनऊष्मीय मान (kJ/kg)
गोबर के उपले6000 – 8000
लकड़ी17000 – 22000
कोयला25000 – 33000
पेट्रोल45000
केरोसीन45000
डीजल45000
मीथेन50000
सीएनजी50000
एलपीजी55000
बायोगैस35000 – 40000
हाइड्रोजन150000

ईंधन को जलाने से नुकसान