8 विज्ञान

जंतुओं में जनन

NCERT अभ्यास

प्रश्न 1: सजीवों के लिए जनन क्यों महत्वपूर्ण है? समझाइए।

उत्तर: जनन के द्वारा कोई भी सजीव अपनी संतानों की उत्पत्ति करता है। इससे उस जीव की प्रजाति की निरंतरता सुनिश्चित होती है। यदि जनन की प्रक्रिया नहीं होती तो पृथ्वी पर जीवन का विकास नहीं हो पाता।

प्रश्न 2: मनुष्य में निषेचन के प्रक्रम को समझाइए।

उत्तर: हर महीने किसी एक अंडाशय से एक अंडाणु बाहर निकलता है और फैलोपियन ट्यूब में पहुँचता है। शुक्राणु भारी संख्या में फैलोपियन ट्यूब तक पहुँचते हैं और उनमें से एक शुक्राणु द्वारा अंडाणु का निषेचन होता है। निषेचन के बाद युग्मनज (जाइगोट) बनता है।

प्रश्न 3: सही विकल्प चुनिए

(i) आंतरिक निषेचन होता है

  1. मादा के शरीर में
  2. मादा के शरीर से बाहर
  3. नर के शरीर में
  4. नर के शरीर से बाहर

उत्तर: (a) मादा के शरीर में

(ii) एक टैडपोल जिस प्रक्रम द्वारा वयस्क में विकसित होता है, वह है

  1. निषेचन
  2. कायांतरण
  3. रोपण
  4. मुकुलन

उत्तर: (b) कायांतरण

(iii) एक युग्मनज में पाए जाने वाले केंद्रकों की संख्या होती है

  1. कोई नहीं
  2. एक
  3. दो
  4. चार

उत्तर: (b) एक

प्रश्न 4: निम्न कथन सत्य है या असत्य

  1. अंडप्रजक जंतु विकसित शिशु को जन्म देते हैं।
  2. प्रत्येक शुक्राणु एक एकल कोशिका है।
  3. मेढ़क में बाह्य निषेचन होता है।
  4. वह कोशिका जो मनुष्य में नए जीवन का प्रारंभ है, युग्मक कहलाती है।
  5. निषेचन के पश्चात दिया गया अंडा एक एकल कोशिका है।
  6. अमीबा मुकुलन द्वारा जनन करता है।
  7. अलैंगिक जनन में भी निषेचन आवश्यक है।
  8. द्विखंडन अलैंगिक जनन की एक विधि है।
  9. निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज बनता है।
  10. भ्रूण एक एकल कोशिका का बना होता है।

उत्तर: (a) F, (b) T, (c) T, (d) F, (e) T, (f) F, (g) F, (h) T, (i) T,(j) F

प्रश्न 5: युग्मनज और गर्भ में दो भिन्नताएँ दीजिए।

उत्तर: युग्मनज एककोशिक होता है, जबकि गर्भ बहुकोशिक होता है। निषेचन के बाद युग्मनज बनता है, जबकि गर्भ का निर्माण गर्भाधान के बाद बनता है।

प्रश्न 6: अलैंगिक जनन की परिभाषा लिखिए। जंतुओं में अलैंगिक जनन की दो विधियों का वर्णन कीजिए।

उत्तर: जिस प्रकार के जनन में केवल एक जनक का योगदान होता है और युग्मक का निर्माण नहीं होता है उसे अलैंगिक जनन कहते हैं। अलैंगिक जनन की दो विधियाँ नीचे दी गई हैं।

मुकुलन: इस विधि से उन बहुकोशिक जंतुओं में जनन होता है जिनकी संरचना सरल होती है। इस प्रक्रिया में शरीर पर एक छोटा सा उभार बनता है जिसे मुकुल कहते हैं। धीरे धीरे यह मुकुल विकसित होता है और अपनी माता की तरह दिखने लगता है। उसके बाद यह अपनी माता के शरीर से अलग होकर एक स्वतंत्र व्यष्टि बन जाता है। उदाहरण: हाइड्रा और स्पॉन्ज।

द्विखंडन: इस विधि से एककोशिक जंतु में जनन होता है, जैसे कि अमीबा। अमीबा एककोशिक जंतु है। सबसे पहले अमीबा का न्यूक्लियस विभाजित होकर दो न्यूक्लियस बनाता है। उसके बाद पूरी कोशिका का विभाजन होता है और दो अमीबा बन जाते हैं।

प्रश्न 7: मादा के किस जनन अंग में भ्रूण का रोपण होता है?

उत्तर: गर्भाशय

प्रश्न 8: कायांतरण किसे कहते हैं? उदाहरण दीजिए।

उत्तर: कुछ जंतुओं में नवजात और वयस्क दिखने में एक दूसरे से काफी अलग होते हैं। ऐसे जंतुओं में नवजात से वयस्क बनने की प्रक्रिया को कायांतरण या मेटामॉर्फोसिस कहते हैं। जैसे मेढ़क का नवजात (टैडपोल) कायांतरिक होकर वयस्क मेढ़क बन जाता है। टैडपोल की पूँछ होती है जबकि वयस्क मेढ़क की पूँछ नहीं होती है।

प्रश्न 9: आंतरिक निषेचन एवं बाह्य निषेचन में भेद कीजिए।

उत्तर: आंतरिक निषेचन मादा के शरीर के अंदर होता है जबकि बाह्य निषेचन जंतु के शरीर के बाहर होता है। अधिकतर जलीय जंतुओं में बाह्य निषेचन होता है, जबकि अधिकतर स्थलीय जंतुओं में आंतरिक निषेचन होता है।